भोजपुरी गायकी को विश्वपटल पर अंकित करवाने वाले भोजपुरी फिल्मो के सुपर स्टार पवन सिंह के सितारे इन दिनों बुलंदी पर है । इस साल शत प्रतिशत हिट फ़िल्म देने वाले पवन सिंह गायकी , अभिनय , संगीतकार के बाद अब एक नयी पारी खेलने जा रहे हैं । हाल ही में पवन सिंह ने फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम रखा है । बतौर निर्माता उनकी पहली फ़िल्म ' दूध मांगोगे तो खीर देंगे कश्मीर मांगोगे तो चीर देंगे ' का मुहूर्त हुआ । जाने माने वितरक व निर्माता प्रदीप सिंह के साथ मिलकर वे इस फ़िल्म का निर्माण कर रहे हैं जबकि निर्देशन की कमान थामा है अरविन्द चौबे ने । मुहूर्त के अवसर पर पवन सिंह से उदय भगत ( UDAY NEWS NETWORK ) ने विस्तृत बातचीत की । प्रस्तुत हैं कुछ अंश :
आप सबसे व्यस्त अभिनेता है , फिर निर्माता बनने का ख्याल कैसे आया ?
हां यह सच है की मैं काफी व्यस्त हूँ लेकिन कभी कभी कुछ सब्जेक्ट ऐसा आ जाता है जिस पर काम करना हर कलाकार की ख्वाहिश होती है । दूध मांगोगे तो खीर देंगे कश्मीर मांगोगे तो चीर देंगे की कहानी जब मेरे पास आई तो मैंने प्रदीप भैया से बात की । उन्होंने कहा की अगर फ़िल्म सब्जेक्ट के हिसाब से नहीं बनी तो यह फ़िल्म के साथ अन्याय होगा , इसलिए हमने इस फ़िल्म को खुद बनाने का फैसला किया । उन्होंने भी अपनी सहमति दी और इस पर काम शुरू हो गया ।
क्या है इस फ़िल्म में ?
यह फ़िल्म देशभक्ति का जज्बा जगाएगी । मेरा मानना है की हर दिल में देशभक्ति का जज्बा हो । जात पात धर्म से बढ़कर देश होता है । दुनिया में हम हिन्दुस्तानी ही हैं जो अपने देश को माँ कहते हैं और माँ से बढ़कर क्या हो सकता है ।
आपकी फ़िल्म सरकार राज की काफी चर्चा है । किस तरह की फ़िल्म है ?
सरकार राज को एक सम्पूर्ण फ़िल्म कह सकते हैं । इसमें इमोशन है , एक्शन है और काफी अच्छे गाने हैं । फ़िल्म का विषय भी काफी अच्छा है । यह एक बड़े कैनवास पर शूट की गयी फ़िल्म है जिसके प्रत्येक दृश्य पर काफी होमवर्क किया गया है । आप ट्रेलर देखेंगे तो फ़िल्म का अंदाज़ हो जाएगा । दर्शको ने सोशल मीडिया पर काफी सराहा है । बिहार से रोज़ मुझे दर्ज़नो फोन आते हैं इस फ़िल्म को लेकर । सिनेमा घर के मालिको में इस फ़िल्म को लेकर काफी उत्सुकता है ।
भोजपुरी में खुद को कहाँ पाते हैं आप ?
भोजपुरी मेरे लिए मात्र भाषा ही नहीं मेरा सबकुछ है। घर बाहर हर जगह मैं भोजपुरी में ही बात करता हूँ। भोजपुरी गाने गाके कर ही बिहार के आरा जिले के एक बदहाल गाँव का पवनवा आज पवन सिंह बना है। आज मेरी जो भी पहचान है वो सिर्फ भोजपुरी ने ही दी है मुझे। यानि भोजपुरी पूरी तरह मुझमे रची बसी है। मैं आजीवन भोजपुरिया ही रहना चाहता हूँ ।
आपकी गिनती सुपर स्टार कलाकारों में होती है कैसा लगता है सुनकर ?
सच कहूं तो जब कोई मुझे स्टार कहता है तो काफी डर लगता है। ‘स्टार’ शब्द में ‘अहम’ छुपा होता है जिसे मैं स्वीकार नहीं कर सकता. मैं कलाकार हूं और एक कलाकार सिर्फ और सिर्फ दर्शको के प्यार का भूखा होता है. बचपन से ही खुद के लिए ताली सुनते आया हूँ लेकिन यह ऐसी भूख है जो कभी मिटती नहीं है . दर्शको के दिलो में मेरे लिए प्यार बना रहे यही मेरी दिली तमन्ना है और इसके लिए मैं तन मन से जुडा हूँ . काम मेरी पूजा है जिसे मैं पूरी ईमानदारी से कर रहा हूं।
आप सबसे व्यस्त अभिनेता है , फिर निर्माता बनने का ख्याल कैसे आया ?
हां यह सच है की मैं काफी व्यस्त हूँ लेकिन कभी कभी कुछ सब्जेक्ट ऐसा आ जाता है जिस पर काम करना हर कलाकार की ख्वाहिश होती है । दूध मांगोगे तो खीर देंगे कश्मीर मांगोगे तो चीर देंगे की कहानी जब मेरे पास आई तो मैंने प्रदीप भैया से बात की । उन्होंने कहा की अगर फ़िल्म सब्जेक्ट के हिसाब से नहीं बनी तो यह फ़िल्म के साथ अन्याय होगा , इसलिए हमने इस फ़िल्म को खुद बनाने का फैसला किया । उन्होंने भी अपनी सहमति दी और इस पर काम शुरू हो गया ।
क्या है इस फ़िल्म में ?
यह फ़िल्म देशभक्ति का जज्बा जगाएगी । मेरा मानना है की हर दिल में देशभक्ति का जज्बा हो । जात पात धर्म से बढ़कर देश होता है । दुनिया में हम हिन्दुस्तानी ही हैं जो अपने देश को माँ कहते हैं और माँ से बढ़कर क्या हो सकता है ।
आपकी फ़िल्म सरकार राज की काफी चर्चा है । किस तरह की फ़िल्म है ?
सरकार राज को एक सम्पूर्ण फ़िल्म कह सकते हैं । इसमें इमोशन है , एक्शन है और काफी अच्छे गाने हैं । फ़िल्म का विषय भी काफी अच्छा है । यह एक बड़े कैनवास पर शूट की गयी फ़िल्म है जिसके प्रत्येक दृश्य पर काफी होमवर्क किया गया है । आप ट्रेलर देखेंगे तो फ़िल्म का अंदाज़ हो जाएगा । दर्शको ने सोशल मीडिया पर काफी सराहा है । बिहार से रोज़ मुझे दर्ज़नो फोन आते हैं इस फ़िल्म को लेकर । सिनेमा घर के मालिको में इस फ़िल्म को लेकर काफी उत्सुकता है ।
भोजपुरी में खुद को कहाँ पाते हैं आप ?
भोजपुरी मेरे लिए मात्र भाषा ही नहीं मेरा सबकुछ है। घर बाहर हर जगह मैं भोजपुरी में ही बात करता हूँ। भोजपुरी गाने गाके कर ही बिहार के आरा जिले के एक बदहाल गाँव का पवनवा आज पवन सिंह बना है। आज मेरी जो भी पहचान है वो सिर्फ भोजपुरी ने ही दी है मुझे। यानि भोजपुरी पूरी तरह मुझमे रची बसी है। मैं आजीवन भोजपुरिया ही रहना चाहता हूँ ।
आपकी गिनती सुपर स्टार कलाकारों में होती है कैसा लगता है सुनकर ?
सच कहूं तो जब कोई मुझे स्टार कहता है तो काफी डर लगता है। ‘स्टार’ शब्द में ‘अहम’ छुपा होता है जिसे मैं स्वीकार नहीं कर सकता. मैं कलाकार हूं और एक कलाकार सिर्फ और सिर्फ दर्शको के प्यार का भूखा होता है. बचपन से ही खुद के लिए ताली सुनते आया हूँ लेकिन यह ऐसी भूख है जो कभी मिटती नहीं है . दर्शको के दिलो में मेरे लिए प्यार बना रहे यही मेरी दिली तमन्ना है और इसके लिए मैं तन मन से जुडा हूँ . काम मेरी पूजा है जिसे मैं पूरी ईमानदारी से कर रहा हूं।
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